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किशोरावस्था: आकर्षण और चुनौतियां
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Synopsis
विश्व स्वास्थ्य संगठन ;डब्ल्यूएचओ की परिभाषा में किशोरावस्था की आयु ;10 से 19 वर्ष के बीच और जीवन के एक चरण के संदर्भ में किसी व्यक्ति की विशेषताओं में गतिशील परिवर्तन शामिल हैं। इन विशेषताओं में शामिल हैं:
वृद्धि और विकास: शारीरिक और विकास में तेजी
परिपक्वता: शारीरिक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलुओं में परिपक्वता
व्यक्तित्व विकास: वयस्क मानसिक प्रक्रियाओं और वयस्क पहचान का विकास।
स्वतंत्राता: निर्भरता से सापेक्ष स्वतंत्राता तक अवस्था परिवर्तन।
किशोरों के प्रमुख मुद्दे और चिंताएं
जीवन में पहचान बनाना और व्यवसाय विकसित करना
स्व-जागरूकता जैसे कौशल होने से अक्सर किशोरों को अपनी व्यक्तिगत पहचान की एक मजबूत भावना स्थापित करते हुए खुद को समझने में मदद मिलती है। वह और अध्कि उपलब्ध् िऔर खोज की क्षमता रखता है जिससे उसके अस्तित्व का विस्तार हो ।
भावनाओं को समझना
किशोरों को अक्सर मूड परिवर्तन का अनुभव होता है। वे क्रोध्, खुशी, उदासी, भय, अपराध्बोध्, शर्म और प्रेम की भावनाओं को दर्शाते हैं। वे ज्यादातर उस उथल-पुथल को समझने में असमर्थ हैं जो वे अनुभव करते हैं।
रिश्ते बनाना
किशोरावस्था के दौरान, लोग अक्सर अपने साथियों, माता-पिता और विपरीत लिंग के लोगों के साथ रिश्तों को पिफर से परिभाषित करते हैं। माता-पिता अक्सर उनसे बहुत अध्कि उम्मीदें रखते हैं और उनमें भावनात्मक या वैचारिक विरोध् हो सकते हैं।
इस उम्र के दौरान, विपरीत लिंग के लोगों सहित दूसरों के साथ सकारात्मक और स्वस्थ संबंध् रखने के लिए सामाजिक कौशल की आवश्यकता होती है।
सहपाठी दबाव को रोकना
सहपाठी के दबाव का विरोध् करना मुश्किल होता है। किशोर आक्रामक दुराचार, कभी-कभी गैर-जिम्मेदार यौन व्यवहार और मादक द्रव्यों के सेवन से प्रभावित हो जाते हैं। इनमें शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के संबंध् में अध्कि जोखिम बढ़ जाते हैं।
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