Chapter Title:

मानसिक स्वास्थ्य में जोखिम पैदा करने वाले कारक 

Book Title:


Authors

Dr. Ashok Kumar Yadav
Assist. Prof. in U.P.
Dr. Geeta
Assist. Prof. at Modern Academy B.ed College Modinagar Gajiyabad

Synopsis

हर बच्चा अद्वितीय है। बच्चों में व्यक्तिगत अंतर के आनुवंशिक, परिवेश-आधरित और सामाजिक-सांस्कृतिक कारण होते हैं। बच्चों को भावनाओं, व्यवहार और संबंधें में कठिनाइयां हो सकती हैं जो उनकी सामाजिक कार्यशीलता को बिगाड़ सकता है। किसी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर किसी भी चुनौती या संघर्ष की समझ के लिए जैव-मनोवैज्ञानिक-सामाजिक मॉडल की एक मजबूत वैध्ता है। 
जैविक कारक 
मानसिक स्वास्थ्य तंत्रिका कोशिकाओं या तंत्रिका मार्गों के निष्पादन से जुड़ा हुआ है जो मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों को जोड़ते हैं। मस्तिष्क के कुछ क्षेत्रों में दोष या चोट कइ मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों से जुड़ी हुई है। कुछ जैविक कारक हैं जो मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों को बढ़ाने में शामिल हो सकते हैं:
1. आनुवंशिकी ;आनुवंशिकताद्ध: कई मानसिक स्वास्थ्य स्थितियाँ एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक जीन के माध्यम से स्थानांतरित हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि ऐसी कई स्थितियां दोषपूर्ण जीन से जुड़ी होती हैं। यह भी महत्वपूर्ण है कि जीन पर्यावरण के साथ कैसे क्रिया करते हैं। तनाव, आघात या दुर्व्यवहार भी प्रभावित या जोखिम को सक्रिय करने वाला हो सकता है। 
2. संक्रमण: मस्तिष्क क्षति और मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों का बढ़ना कुछ संक्रमणों के कारण भी हो सकता है। 
3. मस्तिष्क दोष या चोट: शारीरिक क्षति के कारण मस्तिष्क को चोट लगने को भी कुछ मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों से जोड़ा जा सकता है। 
4. जन्मपूर्व क्षति: जन्म के समय भ्रूण के विकास के शुरुआती चरणों में व्यवधन या आघात भी ऑटिज्म स्पेक्ट्रम जैसी मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के संभावित कारण हैं। 

Published

22 November 2023

Series

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Details about the available publication format: Paperback

Paperback

ISBN-13 (15)

978-93-94411-98-2

How to Cite

Yadav , A. K., & Geeta (Eds.). (2023). मानसिक स्वास्थ्य में जोखिम पैदा करने वाले कारक . In (Ed.), मानसिक स्वास्थ्य और विकार: एक विवेचना (pp. 132-134). Shodh Sagar International Publications. https://books.shodhsagar.org/index.php/books/catalog/book/72/chapter/414