Book Title:

बाल विकास में समाजीकरण के विभिन्न विभागों का प्रभाव एवं परिवार की भूमिका

Authors

Lakshmi Saxena
Assist. Prof. at Shri Krishan Mahavidyalaya, Bagpat
Dr. Lalit Mohan Sharma
Prof. & Head in dept. of Education, Kishan Institute of Teachers Education, Merrut

Keywords:

समाजीकरण, परिवार, इतिहास, भाषा, प्रथाओं, समुदाय, व्यक्तित्व, समग्र विकास, सामाजिक प्राणी

Synopsis

व्यक्ति उन मूल्यों, मानदंडों, विश्वासों और व्यवहारों को सीखते हैं और आंतरिक करते हैं जो उनके समुदाय में समाजीकरण के रूप में जानी जाने वाली प्रक्रिया के माध्यम से प्रचलित हैं, जो एक जटिल और चल रही गतिविधि है। यह एक महत्वपूर्ण कारक है जो किसी व्यक्ति की पहचान के गठन के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व और समग्र विकास में योगदान देता है। यद्यपि समाजीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जो किसी के पूरे जीवन में जारी रहती है, इसके लिए आधार पूरे बचपन में स्थापित किया जाता है, और इस समय के दौरान सबसे महत्वपूर्ण समाजीकरण बलों में से एक परिवार है। जब एक सामाजिक प्राणी के रूप में बच्चे के विकास की बात आती है, तो प्राथमिक और, कोई तर्क दे सकता है, सबसे महत्वपूर्ण समाजीकरण परिवार है। बच्चों को अपने स्वयं के परिवारों के संदर्भ में अपने देश के इतिहास, भाषा, प्रथाओं और विश्वासों के लिए अपना शुरुआती प्रदर्शन प्राप्त होता है। 

List of Chapters:

References

•गुप्ता एवं शर्मा- समाजशास्त्र (2001), साहित्य भवन पब्लिकेशन्स, आगरा।

•जे.एस.राठौर- समाज मनोविज्ञान (2003), विवेक प्रकाशन, जवाहर नगर-दिल्ली।

•किम्बाल यंग- पर्सनालिटी एण्ड प्रोबलेम्स ऑफ एडजस्टमेन्ट, (1952), रटलेज एण्ड केगन पॉल, लंदन।

•ई.बी. रायटर- हैंडबुक ऑफ सॉश्योलॉजी, (1941), ड्राईडेन प्रेस, नई दिल्ली।

•इमाईल दुर्खीम- सोश्योलॉजी एण्ड फिलॉसोफी (1953), रटलेज, न्ययूार्क।

•एल.पीयरे और- सोश्यल साइकोलॉजी (1949), मैक्ग्रो हील बुक कम्पनी, न्यूयार्क। एफ.वर्थ

•हार्श, चार्ल्स एम.- पर्सनेलिटी, रोनाल्ड,(1905) न्यूयार्क, यू0एस0ए0।

•एच.जी.शीकेल सन्हा, जे0एन0- मनोविज्ञान (1960), लक्ष्मीनारायण अग्रवाल, आगरा, (उ0प्र0)।

•उच्चतर समाज मनोविज्ञान (2014), डॉ0 मुहम्मद सुलेमान मोतीलाल बनारसीदास पब्लिकेशन।

•आधुनिक सामाजिक मनोविज्ञान (1998), डॉ0 रामजी श्रीवास्तव, डॉ0 काजी आसिम आलम, डॉ0 काजी गौस आलम, मोतीलाल बनारसीदास, पब्लिकेशन।

•समाज मनोविज्ञान (1998), डॉ0 रामजी श्रीवास्तव, बद्रीनारायण तिवारी, रमेश चन्द्र दूबे, बानी आनन्द मोतीलाल बनारासीदास पब्लिकेशन।

•समाज मनोविज्ञान की रूपरेखा, (2017), डॉ0 अरुण कुमार सिंह, मोतीलाल बनारसीदास पब्लिकेशन

•उच्चतर समाज मनोविज्ञान (2014), डॉ0 मुहम्मद सुलेमान मोतीलाल बनारसीदास पब्लिकेशन।

•आधुनिक सामाजिक मनोविज्ञान (1998), डॉ0 रामजी श्रीवास्तव, डॉ0 काजी आसिम आलम, डॉ0 काजी गौस आलम, मोतीलाल बनारसीदास, पब्लिकेशन।

Published

25 October 2023

Series

Categories

Details about the available publication format: Paperback

Paperback

ISBN-13 (15)

978-93-94411-83-8

How to Cite

Saxena, L. ., & Sharma, L. M. . (Eds.). (2023). बाल विकास में समाजीकरण के विभिन्न विभागों का प्रभाव एवं परिवार की भूमिका. Shodh Sagar International Publications. https://doi.org/10.36676/978-93-94411-83-8