Chapter Title:

शैक्षिक मापन और मूल्यांकन

Book Title:


Authors

Dr. Lalit Mohan Sharma
Prof. & Head in dept. of Education, Kishan Institute of Teachers Education, Merrut
Lakshmi Saxena
Assist. Prof. at Shri Krishan Mahavidyalaya, Bagpat

Synopsis

शैक्षिक मापन और मूल्यांकन शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये प्रक्रियाएँ छात्रों के ज्ञान, कौशल, और प्रदर्शन का मूल्यांकन करने में मदद करती हैं और शिक्षा के माध्यम से सुधार करने का मार्ग प्रदान करती हैं। इस में, हम शैक्षिक मापन और मूल्यांकन के महत्व को और इसके प्रकारों को विचार करेंगे।
शैक्षिक मापन और मूल्यांकन का मतलब
शैक्षिक मापन शैक्षिक मापन एक प्रक्रिया है जिसमें शिक्षार्थियों के ज्ञान, कौशल, और प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षार्थियों की सीखने की प्रक्रिया को मॉनिटर करना और सुधारना है। शैक्षिक मापन छात्रों के ज्ञान को समझने और उन्हें और बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों को मदद करता है।
शैक्षिक मूल्यांकन शैक्षिक मूल्यांकन छात्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए होता है। इसका उद्देश्य शिक्षार्थियों के ज्ञान की सारांशिक समझ और स्थायीता की जाँच करना होता है।
शैक्षिक मापन के प्रकार
सार्वजनिक मूल्यांकन  इसमें सार्वजनिक परीक्षाएँ और अधिकारिक परीक्षाएँ शामिल होती हैं, जैसे कि बोर्ड परीक्षाएँ और सरकारी परीक्षाएँ। यह छात्रों की प्रगति को मूल्यांकित करने के लिए उपयुक्त होता है।
निजी मूल्यांकन इसमें शिक्षाक्रमों के दौरान शिक्षकों द्वारा आयोजित परीक्षाएँ और मूल्यांकन शामिल होते हैं। इसका उद्देश्य शिक्षार्थियों के व्यक्तिगत विकास को मूल्यांकन करना होता है।

Published

27 October 2023

Series

Categories

Details about the available publication format: Paperback

Paperback

ISBN-13 (15)

978-93-94411-90-6

How to Cite

Sharma, L. M. ., & Saxena, L. . (Eds.). (2023). शैक्षिक मापन और मूल्यांकन. In (Ed.), शिक्षा मापन और मूल्यांकन (pp. 1-22). Shodh Sagar International Publications. https://books.shodhsagar.org/index.php/books/catalog/book/69/chapter/378