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वैधता - प्रकार, तरीके और प्रयोज्यता
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Synopsis
शिक्षा के क्षेत्र में परीक्षण आम तौर पर कुछ विशिष्ट गुणों को मापने के लिए बनाए जाते हैं या छात्रों की क्षमता (चर)। यदि कोई परीक्षण उन गुणों या क्षमताओं को मापता है जिनके लिए यह था निर्मित, फिर इस तरह के परीक्षण को वैध कहा जाता है, और परीक्षण की इस गुणवत्ता को वैधता कहा जाता है। उदाहरण के लिए एक उपलब्धि परीक्षा लें। यदि यह परीक्षण ज्ञान, कौशल और भावनाओं को मापता है जिसके लिए यह था बनाया गया है, तो इसे एक वैध परीक्षण कहा जाएगा और इसकी इस गुणवत्ता को वैधता कहा जाएगा। यह देखा गया है कि वैधता की कसौटी पर कोई भी परीक्षण पूरी तरह से खरा नहीं उतरता है। एक परीक्षण की कोई वैधता नहीं है। पूरी तरह से, न ही यह पूरी तरह से अनुपस्थित है। तो अब यह कहा जाता है कि जितना अधिक एक परीक्षण गुणों को मापने में सक्षम है। या जिन क्षमताओं के लिए इसका निर्माण किया गया है, उतना ही अधिक मान्य है। क्रोनबैक ने इसे निम्नलिखित में परिभाषित किया है। शब्दः
वैधता वह सीमा है जिस तक एक परीक्षण मापता है कि यह क्या मापने का इरादा रखता है। - क्रोनबैक
वैधता का अर्थ और प्रकृति
वैधता एक परीक्षण की एक अत्यंत आवश्यक विशेषता है। वैधता से तात्पर्य एक परीक्षण की विशेषता से है जिसके तहत यह समझा जाता है कि यह उस तत्व या विशेषता को मापता है जिसके लिए यह रहा है निर्माण। जिस हद तक एक परीक्षण मापता है कि यह क्या मापने का इरादा रखता है उसे इसकी वैधता कहा जाता है। निम्नलिखित सूत्र संक्षेप में वैधता को याद रखने में उपयोगी साबित होगाः
पर्याप्तता + विश्वसनीयता → निष्पक्षता + उद्देश्य → वैधता
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